Ganesh Chaturthi का उसत्व शुरू हो गया है, 10 दिन तक धूम-धाम से मनाया जाएगा। देश भर के कई जगहों ओर चौक-चौराहों पर पंडाल लगाने ओर भगवान Ganesh के मूर्ति स्थापित करने की परंपरा है।अगर आप क्या जानते हैं कि Ganesh
Chaturthi 10 दिन तत क्यों मनाते है । तो दोस्तों चलिए आज हम आपको गणेश चतुर्थी 10 तक मनाने ओर बप्पा का विसर्जन करने की कहानी बताते हैं...
सबसे पहले सेलिब्रेट 1 दिन तक था यह शिवपुराण के अनुसार, इस दिन भगवान श्री गणेश जी ने जन्म लिया था।भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पर्व हजारों साल से मनाया जा रहा है। हालांकि पहले इस
पर्व को सिर्फ 1 दिन ही धूमधाम से मनाया जाता था। इसे 10 दिनतक सेलिब्रेट करने की परंपरा बाद में शुरू हुई।
क्यों करते हैं गणेश प्रतिमा का विसर्जन?
ओर धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, श्री वेद व्यास ने गणेश चतुर्थी से महाभारत कथा श्री गणेश को लगातार 10 दिनों तक सुनाई थी। जब वेद व्यास 10 दिन के बाद आंखें खोली तो पाया कि ganesh जी का तापमान बहुत ही अधिक हो गया है । ओर इसके बाद वेद व्यास जी ने ganesh जी की निकट के सरोवर में ले जाकर ठंडा किया था। साथ ही श्री गणपति जी के शरीर का तापमान ना बढे़ इसके लिए वेद व्यास जी ने उनके शरीर पर सुगंधित सौंधी माटी का लेप किया। लेप सूखने पर गणेश जी शरीर में अकड़न अ गई तब उन्होंने बप्पा की शीतल सरोवर में जाकर पानी में ले जाकर पानी पर उतारा। इस बीच वेदव्यास जी ने गणेश जी को मनपसंद आहार अर्पित किए। तभी से गणेश उसत्व 10 दिन तक धूम-धाम से मनाया जाने लगा।
गणेश उसत्व क्यों 10 दिनों तक मनाया जाता है?
दर असल, पेशवा शासन के समय गणेश चतुर्थी काफी भव्य रुप से मनाया जाता था। अगर जब
अंग्रेजों ने भारत पर कब्जा किया तो उन्होंने पेशवाओं के राज्य पर भी अपना अधिकार जमा लिया। इसके बाद गणेश उसत्व की भव्यता में साल दर साल कमी आने लगी लेकिन इसे मनाने की पंरपरा बनी रही।
ऐसे में उन दोनों के महान क्रांतिकारी व जननेता लोकमान्य तिलक ने हिंदू धर्म को संगठित करने का विचार बनाया।
उनकी बोला कि भगवान गणेश जी ही एक मात्र ऐसा देवता है, जिन्हें सभी समाज के लोग पूजनीय मानते हैं ओर अंग्रेज भी इसमें दखल अंदाजी नहीं करेंगे । ऐसे में उन्होंने सबको एकजुट करने के लिए सार्वजनिक गणेश उत्सव कि शुरू आत की, जिसम 10 दिनों तक भगवान गणेश उत्सव हर साल जोर-शोर से मनाया जाने लगा।
ओर इस से हिंदूओं में एकता बढ़ती चली गई। ओर इसके साथ ही देश को आजादी में भी काफी मदद मिली थी ।
इस तरह से गणेश उत्सव को लोगों के दिलों में दिन दिन आस्था बढ़ती चली गई। लोग पूरी श्रद्धा और भक्ति से 10 दिनों तक हर साल गणेशोत्सव धूम-धाम से मनाने लगे और आजतक यह उसत्व को 10 दिन तक मनाया जाता है।
Conclusion
10 दिनों तक क्यों मनाया जाता है बप्पा का जन्मदिन आपको यह पोस्ट पंसद आये हो तो इसे अपनी दोस्तों के साथ भी शेयर जरूर कीजियेगा ओर अगर आपका इस पोस्ट से रिलेटेड कोई सवाल है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूँछ सकते हैं !
It’s often easy to identify web sites which were designed with players in thoughts. At on-line casinos working in numerous countries worldwide, we count on assist to be out there 24/7 , with various contact options and quantity of} languages assist. There are also over 30 live 바카라 사이트 dealer video games out there, permitting players to have a genuine enjoying in} experience with actual dealers.
ReplyDelete